नगर निगम, हल्द्वानी
हल्द्वानी शहर की स्थापना वर्ष 1834 में ट्रेल द्वारा की गयी थी इस शहर की समुद्र सतह से ऊचाई 1391 फिट है। हल्द्वानी को नगर पालिका परिषद हल्द्वानी कम काठगोदाम को सन् 1904 में नोटिफाईड ऐरिया घोषित किया गया। वर्ष 1942 में नोटिफाईड एरिया से तृतीय श्रेणी की पालिका घोषित की गयी, सन 1956 में द्वितीय श्रेणी व 1966 में प्रथम श्रेणी की नगर पालिका घोषित की गयी ।
वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार इस पालिका की जनसंख्या 1,27,603 थी। तथा क्षेत्रफल 10.62 वर्ग किलोमीटर है। वर्ष 2011 की गणना के अनुसार नगर निगम हल्द्वानी की जनसंख्या 171353 है, तथा 21 मई 2011 को हल्द्वानी को नगर पालिका परिषद से नगर निगम घोषित किया गया।
हल्द्वानी कुमायूॅ का प्रवेश द्वार होने के साथ साथ अपनी ऐतिहासिक सांस्कृतिक एवं प्रगतिशीलता के चलते उत्तराखण्ड व विश्व के मानचित्र में अपनी अलग पहचान को बनाये हुए है। हल्द्वानी शहर जनसंख्या वृद्वि के साथ- साथ नगरीकरण एवं शहरी करण का विकास भी तेजी से हुआ है यातायात सुविधाओं , उच्च तकनीकी शिक्षा की बढ़ती माॅग एवं रोजगार की तलाश में सीमान्त राज्यों से आये लोगों के कारण व पहाडी क्षेत्रों से हो रहे पलायन के कारण हल्द्वानी शहर की आबादी दिन प्रतिदिन बढ रही है। शहर में विकास की कई सम्भावनायें बढ़ी हैं।
लक्ष्य और दूरदर्शिता
हल्द्वानी नगर निगम का मुख्य उद्देश्य शहर के समग्र विकास और नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करना है। इसके तहत नगर निगम ने एक स्पष्ट दृष्टिकोण और दीर्घकालिक लक्ष्यों को निर्धारित किया है, जो शहरी विकास, सुविधाओं का विस्तार, और पर्यावरण संरक्षण पर केंद्रित हैं।
लक्ष्य:
- स्वच्छता और स्वास्थ्य: नगर निगम का प्राथमिक लक्ष्य शहर को स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनाना है। इसके तहत कचरा प्रबंधन, सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण, और स्वच्छता अभियानों का संचालन किया जा रहा है।
- पर्यावरण संरक्षण: हल्द्वानी नगर निगम ने हरित क्षेत्रों और पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। यह वायु और जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सतत विकास की दिशा में काम कर रहा है।
- नागरिक सुविधाएं: नागरिकों को बेहतर जीवनस्तर प्रदान करने के लिए नगर निगम ने बुनियादी सुविधाओं जैसे जल आपूर्ति, सीवेज प्रबंधन, और यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए कदम उठाए हैं।
दूरदर्शिता:
हल्द्वानी नगर निगम की दूरदर्शिता एक समृद्ध, हरित, और तकनीकी रूप से उन्नत शहरी केंद्र बनाने की है। इसका लक्ष्य एक ऐसा वातावरण बनाना है जहां नागरिक अपनी सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा कर सकें।
- आधुनिक बुनियादी ढांचा: नगर निगम की योजना है कि शहर में अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे का विकास किया जाए, जिससे नागरिकों को सुविधाजनक जीवन यापन में सहायता मिले।
- स्मार्ट सिटी पहल: हल्द्वानी नगर निगम स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत तकनीकी नवाचारों का समावेश कर रहा है, जिससे शहरी सेवाओं का स्वचालन और दक्षता बढ़ाई जा सके।
- सामुदायिक भागीदारी: नगर निगम नागरिकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करता है, जिससे स्थानीय विकास योजनाओं में उनकी आवाज को शामिल किया जा सके।
पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष की सूची
क्र. सं. | नाम | कब से | कब तक |
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1 | चै0 श्याम सिंह | 01-11-1942 | 15-03-1943 |
2 | श्री मुरली मनोहर माथुर | 16-03-1943 | 09-09-1946 |
3 | श्री दयाकिशन पाण्डे | 28-10-1946 | 30-04-1952 |
4 | श्री घनानन्द पाण्डे | 28-05-1952 | 31-12-1953 |
5 | श्री दयाकिशन पाण्डे | 01-01-1954 | 18-06-1957 |
6 | श्री हीराबल्लभ बेलवाल | 19-06-1957 | 14-05-1958 |
7 | श्री नन्दकिशोर खण्डेवाल | 15-05-1958 | 30-01-1964 |
8 | श्री हीराबल्लभ बेलवाल | 31-01-1964 | 17-07-1967 |
9 | श्री मो0 अब्बदुल्ला | 25-07-1967 | 31-07-1968 |
10 | श्री हीराबल्लभ बेलवाल | 31-07-1968 | 11-08-1977 |
11 | श्री नवीन चन्द्र तिवारी | 24-11-1988 | 19-04-1994 |
12 | श्रीमती सुषमा बेलवाल | 05-03-1997 | 15-03-2002 |
13 | श्री हेमन्त सिंह बगडवाल | 08-03-2003 | 14-02-2008 |
14 | श्रीमती रेनू अधिकारी | 05-05-2008 | 21-05-2011 |